जोधपुर पुलिस की बड़ी कामयाबी, तेजाब से चाहत लिखने वाला सिरफिरा पहुंचा सलाखों के पीछे
Ajmer:जोधपुर जिले के देचू थानान्तर्गत राजकीय प्राथमिक विद्यालय चाटोडा नाडा प्रहलादपुरा की अध्यापिका अर्चना मीणा व एक अन्य महिला शिक्षिका पर तेजाब डालने के मामले में जोधपुर पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है. पुलिस ने लगातार मामले की छानबीन करने के बाद आरोपी तक पहुंची और मामले का पर्दाफाश किया है.
सिरफिरा निकला तेजाब उड़लने का आरोपी: जोधपुर पुलिस के अनुसार शिक्षिका अर्चना मीणा की गंगापुर सिटी में ई मित्र संचालक अजयसिंह मीणा से मुलाकात हुई. अजय अक्सर अर्चना के फार्म भरना या कुछ और कामकाज के बहाने उसके नजदीक रहने लगा था. इधर अर्चना अपनी पढ़ाई में ध्यान दे रही थी और जल्दी ही उसका जोधपुर जिले के चाटोडा नाडा सरकारी स्कूल में शिक्षिका के रूप में चयन हो गया.
इसके बाद अर्चना व्यस्त रहने लगी और अजयसिंह से संपर्क कम हो गया तो अजय कुंठित होने लगा. वो किसी भी तरह से अर्चना के नजदीक रहना चाहता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आखिर उसने खौफनाक साजिश के सूत्र बनाये.
तेजाब की ताकत और चाहत का चस्का: अजय इस बात से खफा था कि अर्चना उससे दूर क्यों जा रही है जबकि वो भी उसे पसंद करती थी. उसने कई प्रयास किये लेकिन अर्चना का अजय की ओर रुझान कम होता गया. इसके बाद अजय सिंह ने अर्चना को नजदीक रखने के लिये खौफनाक साजिश के सूत्र तैयार किये जिससे अर्चना उसके नजदीक रहे. इसके लिये अजय सिंह ने कहीं से तेजाब की व्यवस्था की और तेज़ाब की ताकत को कम करने के बाद अर्चना पर तेज़ाब उड़ेलने का मन बनाया. अजय ये बात भी जानता था कि तेजाब के हमले के बाद कोई उससे शादी करने से कतरायेगा और वो अपनी मंशा में कामयाब हो जायेगा. .
जोधपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ के अनुसार अजय अपनी योजना के मुताबिक तेजाब लेकर अर्चना की स्कूल के बाहर पहुँच गया और उसका इन्तजार करने लगा. तेजाब उड़लने से ठीक पहले उसने तेजाब की ताकत को कम भी किया ताकि अर्चना ज्यादा जले नहीं. उसके बाद अजय ने उसका पीछा कर आवाज देकर रोका और अर्चना के रुकते ही उसने तेजाब की बोतल अर्चना की ओर उड़ेल दी और वहां से भाग गया ताकि किसी की पकड़ में नहीं आये. बारहठ ने बताया कि वारदात के बाद पुलिस ने अर्चना से जानकारी हासिल की और ये पता लगाया कि उसके नजदीकी संपर्क किसके रहे है. पुलिस के विशेष दस्ते ने इस मामले की छानबीन कर आखिर गंगापुर सिटी के अजय तक पहुँच बना उसे पकड़ा तो उसने वारदात करना कबूल लिया.
पुलिस के विशेष दस्ते ने किया पर्दाफाश: इस मामले की तह को खंगालने के लिये देचू थानाधिकारी जयकिशन सोनी, स्पेशल टीम के प्रभारी अमानाराम, श्रवण कुमार. देवाराम विश्नोई, झुमरराम, चिमनाराम,मोहनराम, मदनलाल, राणीदान सिंह, घासीलाल. धारासिंह, मनोजकुमार, मांगीलाल, बाबूराम,पोखाराम,महिपाल गोदारा, भींयाराम शामिल रहे हैं. जोधपुर ग्रामीण पुलिस अब इस टीम को पुरस्कृत करेगी.
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